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			| शब्द का अर्थ |  
				| ठंढी आग					 : | स्त्री० [हिं०] १. बरफ। हिम। २. तुषार। पाला। ३. ऐसी धूर्ततापूर्ण चाल जिससे किसी को अन्दर ही अन्दर बहुत अधिक कष्ट या संताप हो। या उसकी कोई बहुत बड़ी हानि हो। जैसे–उस दुष्ट (या नीच) को तो ठंढी आग से जलाना (या मारना) चाहिए। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |